Indicators on Fear Aur Dar Ko Kaise Jeetein – Tantrik Upay & Divya Sadhana You Should Know
डर हमारे अंदर मौजूद एक अवरोधक गुण (कारक) है जो हमें हमारे लक्ष्य तक पहुंचने या वह करने से रोकता हैं जो हम करना चाहते हैं। डर (भय) हमें मार्ग से भटकाने और बहाने बनाने के लिए मजबूर करता है। यह सीखना की डर को कैसे दूर करें, स्वयं को मानसिक रूप से स्वतंत्र करने का अहम कदम है
यह डर मेरे जीवन को कैसे प्रभावित कर रहा है?
जबकि परिस्थितियां इतनी मुश्किल होती नहीं हैं जितना उन्हें लगने लगता है. अब जैसे ऊपर वाला उदहारण ही लेते हैं.
मिलियन फॉलोअर्स नहीं हुए तो दे दी जान, मिशा अग्रवाल की बहन ने दिखाया सोशल मीडिया का डार्क साइड
लाइफस्टाइल से जुड़े हर सवाल का जवाब मिलेगा यहां। iDiva हिंदी है आज की नारी की ऑनलाइन बेस्ट फ्रेंड।
अपने डर के विषय में दूसरों से सांझा करें
“मुझमें अपने डर का सामना करने की पूरी शक्ति है।”
एशियानेट न्यूज़ हिंदी डेस्क भारतीय पत्रकारिता का एक विश्वसनीय नाम है, जो समय पर, सटीक और प्रभावशाली खबरें प्रदान करता है। हमारी टीम क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं पर गहरी पकड़ के साथ हर विषय पर प्रामाणिक जानकारी देने के लिए समर्पित है।
यदि असफलता का भय न हो तो विद्यार्थी पढ़ना छोड़ देंगे। यदि आपको बीमार होने का डर न हो, तो आप अपने स्वास्थ्य की देखभाल नहीं करेंगे। इसलिए जीवन में थोड़े डर के होने की उपयोगिता को पहचानें।
बहुत से लोग सोचते हैं कि साहसी व्यक्ति को डर नहीं लगता, जबकि सच यह है कि वे डर को माना
डर से लड़ने के लिए मानसिक शक्ति कैसे बढ़ाएं
अधिकतर लोग जीवन में हार के डर से बहुत से काम नहीं कर पाते हैं। सबसे पहले आपको इस बात को समझना होगा कि हर बार होने वाली हार आपको नया एक्सपीरिएंस देकर जाती है। हार की बदौलत आप कुछ नया सीख पाते हैं। जो आगे बढ़ने में आपकी मदद करता है। हार और जीत सिक्के के वो दो पहलू है, जो आपकी लाइफ को बैंलेंस करते हैं।अगर आप हर बार जीतेंगे, तो जीत को स्वाद और हार का सबक दोनों से ही वंचित रह जाएंगे।
सामाजिक परिस्थितियों में frozen click here हो जाते हैं
आपने जाना कि आपका डर तर्कसंगत नहीं है, यानि उससे डरने का असल में कोई मतलब नहीं है।